नवादा। हिन्दुस्तान संवाददाता
बिहार पुलिस की बहाली में बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा का मामला प्रकाश में आ रहा है। जिससे केंद्रीय चयन पर्षद की चयन प्रक्रिया पर सवालिया निशान खड़ा हो गया है। हद तो यह है कि परीक्षा में अयोग्य घोषित अभ्यर्थियों को सफल घोषित कर दिया गया है। चयन में भारी अनियमितता का आरोप लगाते हुए जिले के कई अभ्यर्थियों ने मुख्यमंत्री से मामले की जांच कर नियुक्ति प्रक्रिया पर अविलंब रोक लगाने की मांग की है।
जिले से सिपाही पद के लिए आयोजित परीक्षा में शामिल हुए देव कुमार, रविशंकर कुमार, राहुल कुमारी, नीतीश कुमार, रंजीत कुमार, सन्नी कुमार, राकेश कुमार, प्रशांत कुमार आदि ने बताया कि वे सभी बिहार पुलिस सिपाही पद 9900, विज्ञापन संख्या 1/2017 की परीक्षा में शामिल हुए थे। जिसका मेरिट लिस्ट जारी कर दिया गया है। लेकिन उसमें बड़े पैमाने पर फर्जीवाड़ा किया गया है।
दूसरे ने दी परीक्षा और हो गए सफल
असफल अभ्यर्थियों ने बताया कि मेरिट लिस्ट में कई ऐसे परीक्षार्थियों का नाम भी शामिल है, जिनके बदले दूसरे ने परीक्षा दी थी। केंद्रीय चयन पर्षद ने ऐसे 76 अभ्यर्थियों की सूची जारी की है। मेरिट लिस्ट में ऐसे कई परीक्षार्थियों का नाम भी शामिल है। उदाहरण के तौर पर किनरबोला गांव के विंध्याचल कुमार (7718040024) का नाम मेरिट लिस्ट में शामिल है। उन्हें सफल करार देते हुए बीएमपी 4 डुमरांव आवंटित किया गया है। जबकि फर्जीवाड़ा से संबंधित प्राप्त पत्रों की विवरणी में भी इस अभ्यर्थी का नाम शामिल है और आरोप है कि अपने बदले दूसरे को परीक्षा में बिठाया। यह तो महज एक बानगी है, मेरिट लिस्ट में इस प्रकार के कई नाम शामिल है। लिहाजा मेरिट लिस्ट पर सवाल खड़ा होना स्वभाविक है।
आरक्षण को लेकर भी उठ रहे सवाल
अभ्यर्थियों ने मेरिट लिस्ट में आरक्षण को लेकर भी सवाल खड़ा किया है। अभ्यर्थियों का कहना है कि विज्ञापन में लड़कियों के लिए 38 प्रतिशत आरक्षण है। लेकिन मेरिट लिस्ट में उसे 80 प्रतिशत कर दिया गया है। इस प्रकार केंद्रीय चयन पर्षद ने लड़कों के साथ घोर अन्याय करने का काम किया है।
न्याय नहीं मिलने पर करेंगे उग्र आंदोलन
मेरिट लिस्ट में असफल घोषित किए गए अभ्यर्थियों ने डीएम को आवेदन देकर पूरी वस्तुस्थिति से अवगत कराया है। अभ्यर्थियों ने मामले की जांच कराने, अविलंब नियुक्ति प्रक्रिया पर रोक लगाने और दोबारा मेरिट लिस्ट तैयार करने की मांग की है। अभ्यर्थियों ने डीएम को दिए गए आवेदन में कहा है कि न्याय मिलने पर आने वाले दिनों में उग्र आंदोलन किया जाएगा।