राजस्थान के सीमावर्ती बाड़मेर जिले में 15 साल से बंद पड़े एक कुंए में नरकंकाल मिलने की घटना सामने आई है। पुलिस के मुताबिक कुएं की मरम्मत के दौरान मजदूरों को रेत में दबा हुआ एक बोरा मिला। इसे खोलने पर उसमें नरकंकाल मिला। इसके तुरंत बाद मामले की सूचना पुलिस को दी गई। घटना बाड़मेर जिले के सदर थाना क्षेत्र के राणीगांव गांव की है। पुलिस अधीक्षक दीपक भार्गव ने घटना की पुष्टि की है।
15 साल से बंद है कुआं
पुलिस के मुताबिक यह कुआं पिछले 15 साल से अनुपयोगी होने के कारण बंद ही पड़ा है। बताया गया कि साल 2006 की बाढ़ के बाद यह कुआं बेकार हो गया था। इसके बाद इसे उपयोग में नहीं लिया जा रहा था। पुलिस ने बताया कि हाल ही में जलदाय विभाग ने इस कुएं की मरम्मत का आदेश जारी किया था, जिसके बाद शुक्रवार को मरम्मत कार्य शुरू किया गया।
कुंए की खुदाई के दौरान बोरी में बंद मिला कंकाल
पुलिस ने बताया कि शुक्रवार को जब मजदूर कुएं की खुदाई कर रहे थे, इस दौरान उन्हें रेत में दबी हुई एक बोरी मिली। मजदूरों ने इसे कुएं से बाहर निकाला। पुलिस ने बताया कि जब मजदूरों ने बोरी खोली तो उन्हें इसमें एक नरकंकाल मिला। यह देखते ही वहां पर अफरा-तफरी मच गई और मामले की सूचना तत्काल पुलिस को दी गई।
हत्या की आशंका
सदर थाने के थाना प्रभारी अनिल कुमार ने कहा कि प्रथम दृष्टया यह हत्या का मामला लगता है। क्योंकि कंकाल बोरी में बंद था। ऐसे में दुर्घटना या आत्महत्या की संभावनाएं बेहद कम हैं। हालांकि उन्होंने कहाकि मामले की जांच के बाद ही किसी निश्चित निष्कर्ष के बारे में कहा जा सकता है। पुलिस ने कहा कि अभी इस बात की पुष्टि नहीं की जा सकती कि कि नरकंकाल महिला का है या पुरुष का। उन्होंने कहा कि इसे जांच के एफएसएल को लिए भेजा जाएगा, जिसके बाद ही इसकी शिनाख्त हो पाएगी। पहचान के लिए इसका डीएनए टेस्ट भी कराया जाएगा। इस बीच पुलिस ने हाल के समय में आस-पास के गांवों की दर्ज गुमशुदगी की रिपोर्ट के आधार पर भी मामले की जांच शुरू कर दी है।